पीपली अहिरान के लाला भाई की बैल जोड़ी '' राम और श्याम '' को देखने उमड़ रहे हैं मैलार्थी
पीपली अहिरान के लाला भाई की बैल जोड़ी '' राम और श्याम '' को देखने उमड़ रहे हैं मैलार्थी
कहते ही राम बैठ जाता है और कहते ही खड़ा हो जाता है, डीजे पर लगाता है ठुमका
राजसमंद। बोलचाल की भाषा में किसी को बेल जैसा कह देते हैं तो सामान्यत: व्यक्ति को झगड़ालू या हठधर्मी माना जाता है परंतु जब बेल इतना समझदार हो कि मालिक के कहते ही बैठ जाए है तथा मालिक के कहते ही खड़ा हो जाए है, वही डीजे बजते ही इशारा मिलते ही ठुमके भी लगा दे तो उसे क्या कहेंगे।
कुछ ऐसा ही वाकया कुंवारिया के पांच दिवसीय पशु मेले में देखने को मिला जहां पर भैंस बाजार के समीप पीपली अहिरान के पशुपालक लाला भाई अहीर अपने दो बेल राम और श्याम को मेले में लेकर पहुंचे तो मेलार्थियों के लिए आकर्षण का केन्द्र बने हुए है।
बेल मालिक लाला भाई अहीर ने बताया कि नागोरी नस्ल के 3 साल उम्र के ये बेल है । शुरू से ही इनको बहुत लाड़ प्यार व दुलार से रखा है जब ये बेल बछड़े थे तभी से इनको प्रशिक्षण दिया तो बेल इतने समझदार हो गए की कहते ही बैठ जाते हैं और कहते ही खड़े हो जाते हैं ।
बेल के मालिक लाला अहीर ने बताया कि मेले में तो आवाज व भीड़भाड़ ज्यादा होने के कारण बेल विचलित हो जाते हैं जिससे इनके पास में पहुच कर समझाना पडता है अन्यथा कहते ही बेठ व उठ जाते है। उन्होने बताया कि बेल की जोड़ी डीजे की धुन पर तो ठुमके भी लगाते हैं। इन्होंने बताया कि राम और श्याम की जोड़ी को खरीदने के लिए 60 हजार रुपए तक की कीमत देने वाले ग्राहक भी आए हैं। मेले में काफी संख्या में मेलार्थी राम और श्याम को देखने पहुंच रहे हैं।
मेलार्थी मेघाखेडा निवासी सीताराम अहीर, कुंवारिया निवासी रतनलाल खटीक, पीपली अहिरान निवासी मोहन लाल अहीर, किशन लाल अहीर, सोहनलाल, मांगीलाल, शंकर लाल, दिनेश चंद्र, रामचंद्र आदि ने बताया कि उन्होंने भी ऐसा बेल नहीं देखा जो इतना समझदार हो कि कहते ही बैठ जाए और कहते ही खड़ा हो जाए।
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